डोंगरगढ(ब्युरो चीफ):-
——————————— दि. 18: शनिवार (5 अप्रैल) को डोंगरगढ़ (छ.ग.) की पुलिस ने डोंगरगढ़ के समीप कारवारी गांव से 27 लाख रुपये की बोतलबंद शराब के मामले में देवरी तालुका में बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद के तालुका संयोजक पवन शर्मा और देवरी के एक गौरक्षक को तलब किया है। डोंगरगढ़ (छ.ग.) की पुलिस ने पवन शर्मा को बागनदी बुलाया और उसके परिवार या माता-पिता को सूचित किए बिना अचानक उसे गिरफ्तार कर लिया।
विस्तृत जानकारी के अनुसार गौरक्षक पवन शर्मा पुलिस की मदद से हमेशा बूचड़खाने जा रहे गायों से भरे वाहनों को रोकता था और पुलिस की मदद से उन्हें निकटतम गौशाला में भेज देता था।
इस अभियान में उन्होंने देवरी तालुका के विभिन्न स्थानों जैसे काकोड़ी, चिचगढ़ फाटा, डवकी फाटा, भर्रेगांव फाटा से मवेशियों से भरे कई वाहनों को जब्त कर पुलिस को सौंप दिया है। तथा छत्तीगड राज्यके डोंगरगढ और बाघनदी पुलीस को समय समय पर असामाजीक तत्व की जानकारी देकर पकडवाया है।
हालांकि, डोंगरगढ़ (छ.ग.) पुलिस ने अचानक बागनदी से गौरक्षक पवन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया, जो डोंगरगढ़ के करवारी गांव में 27 लाख रुपये की बोतलबंद शराब मामले में सह-आरोपी बनाया है। इसके अलावा, इस मामले की विस्तृत जानकारी पवन शर्मा के परिवार या माता-पिता को भी नहीं दी गई।
आधिकारिक जानकारी है कि इस मामले के मुख्य आरोपी रोहित नेताम उर्फ सोनूने पैसे के बल पर मामले को पवन शर्मा पर स्थानांतरित करने की साजिश रची है।
इस मामले में पवन शर्मा की गिरफ्तारी के बाद पिछले एक पखवाड़े में कई मवेशी गाड़ियां गुजरी हैं। इस संबंध में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
हालांकि देवरी तालुका भाजपा ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ प्रशासन इस मामले में पवन शर्मा के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई करे और उसे तुरंत जेल से रिहा करे, जो इस मामले में निर्दोष है। यह मांग देवरीके भा.ज.प. मंडल, युवा मोर्चा, महिला आघाड़ी, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा कि गयी है।
